तारकुलहा देवी मंदिर (Tarkulha Devi Mandir) एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित है। यह मंदिर हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है, खासकर मां दुर्गा के भक्तों के लिए।
📍 स्थान (Location):
तारकुलहा देवी मंदिर गोरखपुर से लगभग 15-20 किलोमीटर की दूरी पर, गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर एक सुंदर प्राकृतिक वातावरण में बसा हुआ है।
🙏 मंदिर का महत्व:
- मां तारकुलहा देवी को शक्ति की देवी माना जाता है।
- यह मंदिर आस्था, चमत्कार और सिद्धि का केंद्र माना जाता है।
- मान्यता है कि यहां की देवी बड़ी ही जागृत हैं और सच्चे मन से मांगी गई मुरादें पूरी होती हैं।
🕉️ पौराणिक मान्यता और इतिहास:
गोरखपुर मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर देवी तरकुलहा देवी का मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास अमर शहीद बंधू सिंह से जुड़ा है। जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका था। बंधू सिंह तरकुलहा के जंगल में देवी की पूजा करते थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल जंग छेड़ दी। उनके गुरिल्ला युद्ध ने दुश्मनों परेशान करके रख दिया था। एक दिन अंग्रेजों ने उन्हें पकड़ लिया और 12 अगस्त 1857 में गोरखपुर के अलीनगर में फांसी देने की कोशिश की गई। लोगों का ऐसा मानना है कि अंग्रेज उन्हें छह बार फांसी देने की कोशिश की लेकिन हर बार फंदा टूट जाता था। सातवीं बार फांसी के समय उन्होंने अराध्य देवी से विनती की कि देवी उन्हें अपने चरणों में ले लें। इस बार गर्दन फंदे से झूल गई।


📅 विशेष अवसर पर भीड़:
- नवरात्रि के दौरान यहां बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
- मेला भी लगता है जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं।